जिंदगी के टूटे तार बिखर गए
जिंदगी की लय भी छूट गयी
तेरे नाम कर दी जिंदगी फिर भी
गम है मुझे खुद की पहचान
लुट गयी और मैं
उफ्फ भी न कर सकी !!
कभी तो ज़िंदगी रास आएगी
कभी तो ज़िंदगी शिकवे सुनेगी ,
मुझे भी खुशियों की सौगात मिलेगी
जीते जी शायद कभी पलटकर देखूं
और खुश हो लूं अपनी राह पर !!
No comments:
Post a Comment