एक सवाल किया मैंने
जिंदगी तूने मुझे क्या दिया ?
जीवन , परिवार , खुशी ,
बुद्धि , लक्ष्य , सफलता ,
आरोग्य सब तो दिया तुझे ,
और क्या दूं तुझे ?
दे मुझे शोहरत और दौलत !!
शोहरत और दौलत मिली ,
उसी पल मैंने खुद को देखा .
हर चीज़ थी मेरे पास
फिर भी मैं खुश नहीं !!
मेरे अपनों ने मुझे नहीं
दौलत को चाहा
हर दम साथ उम्मीद से
पर सच्चा प्यार नहीं !!
फिर मैंने जिंदगी से पूछा,
मैं गलत था जो मेरा था
वह सच था न चाहूं मैं दौलत ,
दे सिर्फ मुझे शांति
जो न है मेरे पास !!
अब न है मुझे कोई गिला
तूने सच मुझे सब कुछ दिया !!
अब जिंदगी ने पूछा
क्यों इतने हो परेशान
बिना पूछे ही मैं जानूं
तेरी चाह और करूं
तुझ पर हर चीज न्योछावर
बस ज़रा सब्र कर
ले ले जीने का मजा !!
न आएगी हर बात दुबारा
मैं मन ही मन मुस्कुराया !!
जिंदगी तूने मुझे क्या दिया ?
जीवन , परिवार , खुशी ,
बुद्धि , लक्ष्य , सफलता ,
आरोग्य सब तो दिया तुझे ,
और क्या दूं तुझे ?
दे मुझे शोहरत और दौलत !!
शोहरत और दौलत मिली ,
उसी पल मैंने खुद को देखा .
हर चीज़ थी मेरे पास
फिर भी मैं खुश नहीं !!
मेरे अपनों ने मुझे नहीं
दौलत को चाहा
हर दम साथ उम्मीद से
पर सच्चा प्यार नहीं !!
फिर मैंने जिंदगी से पूछा,
मैं गलत था जो मेरा था
वह सच था न चाहूं मैं दौलत ,
दे सिर्फ मुझे शांति
जो न है मेरे पास !!
अब न है मुझे कोई गिला
तूने सच मुझे सब कुछ दिया !!
अब जिंदगी ने पूछा
क्यों इतने हो परेशान
बिना पूछे ही मैं जानूं
तेरी चाह और करूं
तुझ पर हर चीज न्योछावर
बस ज़रा सब्र कर
ले ले जीने का मजा !!
न आएगी हर बात दुबारा
मैं मन ही मन मुस्कुराया !!
No comments:
Post a Comment